दादा- हैलो.. हैलो , भइया जय राम जी की , हम जगरनाथ निगोह गाँव से बोल रहे है.
कस्टमर-केयर: हम आपकी क्या मदद कर सकते हैं.
दादा- साहब, हमरे मोबैलवा को भून्गरी भैसिया ने लात मार दिस , तभी से हमारा मोबैलवा का बैलेंस ख़राब हो गया.
कस्टमर-केयर: अपना नम्बर बताएं.
दादा - नही हम को कोई नम्बर नही लगता , हम बिना चश्मा के हैं... बस थोडी अंदरूनी बताश है,जब जब पुरुवा चलती है तो थोड़ा थोड़ा पुरे शरीर में ऐठन आ जाती है.
कस्टमर-केयर: आपने अपना मोबाइल कब रिचार्ज कराया था ?दादा - रोज़ ही चार्ज होता है, रात खाने खाने के बाद हमरी बहु बिरजू से रात २ बजे तक चार्ज करती है , क्युकी रात ११ बजे के बात फोनवा का बिल कुछ सस्ता हो जाता है.
कस्टमर केयर -तो ठीक है , आज फिर रिचार्ज कर लेना....आप का बैलेंस ठीक हो जायेगा.
दादा - अच्छा बेटा ठीक है, जुग-जुग जियो.
कस्टमर केयर - और कुछ जानना चाहेंगे मिस्टर जगरनाथ.
दादा - हाँ बेटा! आज कल मार्केट में "यूरिया " का क्या रेट चल रहा है? और हमरी नहर में पानी कब आएगा?
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